By TCN News,
महाराष्ट्र में विधानसभा सीटों के बंटवारे को लेकर जारी तनाव के कारण भाजपा-शिवसेना का पच्चीस साल पुराना गठबंधन बेहद कमज़ोर दौर में पहुंच गया है. शिवसेना के तेवर यदि गर्म हैं तो भाजपा भी तनाव की स्थिति में है. इस बीच एक और कोशिश करते हुए भाजपा ने सीट बंटवारे का नया फॉर्मूला पेश किया है, जिसमें वह 135 के बजाय 128 सीटों की मांग पर आ गई है.
शुक्रवार को भाजपा कोर कमेटी की बैठक के बाद पार्टी ने गठबंधन बनाए रखने का रुख जताया. सीट बंटवारे के नए फार्मूले के तहत शिवसेना को 142, भाजपा को 128, शेतकरी संगठन को 8, आरपीआई को चार, रासप को चार और शिव संग्राम को दो सीटें देने का प्रस्ताव रखा गया है. भाजपा इस प्रस्ताव को शिवसेना के पास भेजने की तैयारी मं है.
सीटों के बंटवारे के लिए भाजपा द्वारा अल्टीमेटम दिए जाने के कुछ ही घंटों बाद शिवसेना ने ऐलान किया कि वह किसी दबाव में निर्णय नहीं लेगी. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि हम अपने आत्मसम्मान पर कोई समझौता नहीं करेंगे. हमने पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर गठबंधन पर चर्चा की है. शिवसेना किसी किस्म के अल्टीमेटम को नहीं मानती. इस विषय में अंतिम फैसला केवल उद्धव ठाकरे ही लेंगे.
ज़ाहिर है कि यदि भाजपा और शिवसेना का यह गठबंधन टूटता है तो परिणामों को भाजपा को ही भुगतना होगा, क्योंकि भाजपा के मुक़ाबिले शिवसेना महाराष्ट्र में ज़्यादा मजबूत स्थिति में है.