By TCN News,
अहमदाबाद : ‘दलित, आदिवासी और मुसलमान को फ़र्ज़ी तौर पर फंसाकर बांटने का काम करने वाली मोदी सरकार होश में आ जाए, क्योंकि गुजरात में दलित, पिछड़े और मुसलमान अब एक हो चुके हैं.’
यह बातें आज अहमदाबाद के दानीलिमडा के अम्बेडकर हॉल में सर्वोदय यूथ सोसाइटी व दलित समाज की ओर से आयोजित एक दिवसीय कंवेन्शन में गुजरात के दलित नेता नाटूभाई परमार ने कहा.
कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि –‘दलितों को संघ इंसान नहीं समझता. आज जब सावित्री बाई फुले का जन्म-दिवस है, तो संघ पुणे में समागम कर रहा है.’
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तंज़ीम-ए-इंसाफ़ के जनरल सेक्रेटरी अमीक़ जामेई ने कहा कि –‘मोदी जी, मुफ़्ती अब्दुल क़य्यूम साहेब को उचित मुआवज़ा देने की तैयारी शुरू कर दे. साथ ही जिन अफ़सरों ने उनके 11 साल बर्बाद किये, उन्हें तिहाड़ भेजा जाए और फ़र्ज़ी मामले में उनको हासिल तमाम मेडल वापस लिये जाएं.’
अमीक़ जामेई इस कन्वेंशन के मुख्य अतिथि थे. इस कन्वेंशन में दलित समाज की ओर अक्षरधाम मामले से बाइज़्ज़त बरी हो चुके मुफ़्ती अब्दुल क़य्यूम को सम्मानित किया गया और साथ ही उनकी पुस्तक ‘ग्यारह साल सलाखों के पीछे’ का लोकार्पन किया गया.