अफ़रोज़ आलम साहिल, TwoCircles.net
सीमांचल:सोशल मीडिया पर, खासतौर से वाट्सअप, यह ख़बर फैली हुई है कि अररिया से राजद सांसद तस्लीमुद्दीन सीमांचल में कुछ सीटों पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (मजलिस) के साथ हैं.
हालांकि इस ख़बर की पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है. TwoCircles.netने इस बाबत मो. तस्लीमुद्दीन से सम्पर्क करने की कोशिश की, लेकिन वे पार्टी नेता लालू प्रसाद यादव के साथ रैली में व्यस्त थे. इसलिए इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है. लेकिन सूत्र बताते हैं कि सांसद मो. तस्लीमुद्दीन ने उन सीटों पर अपने कार्यकर्ताओं को मजलिस का साथ देने को कहा है, जहां से राजद ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है.
स्पष्ट रहे कि इससे पूर्व भी मीडिया में भी इस बात को हवा मिली थी कि सीमांचल के बाहुबली मुस्लिम नेता तस्लीमुद्दीन भी ओवैसी के समर्थन में जा सकते हैं. मीडिया के इस ख़बर में इस बात की भी चर्चा की गई थी कि वो लालू के नीतिश के साथ गले मिलने से न सिर्फ नाराज़ थे, बल्कि लालू को नीतीश से हाथ मिलाने पर खमियाजा भुगतने की चेतावनी भी दी थी. वे यह भी बयान दे चुके हैं कि ‘बिहार के मुसलमानों का वोट इस बार के चुनाव में बीजेपी को भी मिलेगा.’
तस्लीमुद्दीन 2014 लोकसभा चुनाव में राजद की टिकट पर बिहार के अररिया से चुनाव जीते थे. उसके पहले वह विधायक भी रह चुके हैं. बताया जाता है कि तस्लीमुद्दीन का सीमांचल में लोगों में खासा दबदबा माना जाता है. समर्थकों की भीड़ देखकर उन्हें सीमांचल गांधीके नाम से भी जाना जाता है. हालांकि तस्लीमुद्दीन राजद से पहले जदयू में ही थे.
सोशल मीडिया पर दौड़ने वाला यह संदेश अगर सच साबित हुआ तो फिर यह ख़बर बिहार चुनाव में पहली बार उतरी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के लिए हौसला बढ़ाने वाली ख़बर है. हालांकि ओवैसी का मानना है कि उनकी पार्टी चौंकाने वाली रिजल्ट देने को तैयार है. पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि मजलिस 6 सीटों में से चार सीटों पर लड़ाई में है और सबको पटखनी देकर चुनाव जीत भी सकती है.