By TwoCircles.net staff reporter,
नई दिल्ली: अलीगढ़ में होने वाले ‘घर-वापसी’ कार्यक्रम के रुकने के बाद धर्मांतरण को लेकर मचा बवाल अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब विश्व हिन्दू परिषद् के नेता अशोक सिंघल ने ऐसा बयान दे दिया है, जो संभवतः एक बड़े विवाद को जन्म दे सकता है.
विहिप के अध्यक्ष अशोक सिंघल ने अपने ताज़ा बयान में कहा है कि, ‘ईसाईयों और मुस्लिमों के कारण ही दुनिया में युद्ध हो रहे हैं. जब उत्तर भारत का माहौल तनावग्रस्त हो, ऐसे मौकों पर इन बयानों से सामाजिक संतुलन बिगड़ने के आसार बने रहते हैं.’
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अशोक सिंघल (TCN file photo)
मीडिया से बातचीत के दौरान अशोक सिंघल ने कहा कि, ‘हम धर्म-परिवर्तन करने नहीं, ह्रदय परिवर्तन करने निकले हैं. हम लोगों का दिल जीतने निकले हैं. हिन्दू धर्म का स्वभाव शान्ति का है.’ उन्होंने आगे कहा कि हिन्दू धर्म विश्व शान्ति का पक्षधर है. हमारा मकसद लोगों का धर्म-परिवर्तन करवाना कभी नहीं रहा है.
घर-वापसी के सन्दर्भ में सिंघल ने कहा है कि, ‘घर-वापसी का मतलब लोगों को उनके पूर्वजों से परिचित कराना है. हम हिंदुत्व की रखा के लिए कटिबद्ध हैं. हमें विश्वयुद्ध का खिलाड़ी न समझा जाए. दुनिया इस समय विश्वयुद्ध की कगार पर खड़ी है. हालात ऐसे बन रहे हैं कि जैसे मानो विश्वयुद्ध सामने हो. इस समय समूचा विश्व इस्लामिक आतंक के साए में है.’
एक कदम आगे जाते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक धर्म और संस्कृति सरकार के गुलाम बने हुए थे लेकिन अब हिन्दू धर्म की रक्षा करने वाली सरकार आ गयी है.
इससे पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने धर्म-परिवर्तन के लिए कहा था कि हमारा संगठन भूले-भटके हुए लोगों को वापिस लेकर आएगा. कोलकाता में विहिप के सम्मेलन में बोलते हुए संघ प्रमुख ने कहा था कि अब देखते ही देखते हिन्दू राष्ट्र के निर्माण का सपना पूरा हो जाएगा, इसमें अब ज़्यादा देर नहीं है. हिन्दू समाज अब जाग गया है और अब उसे किसी से भी डरने की ज़रूरत नहीं है.
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