अफ़रोज़ आलम साहिल, TwoCircles.net
सीमांचल: 5 नवम्बर को होने वाले पांचवे चरण के चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने 18 विधानसभा सीटों पर उर्दू में वोटर-लिस्ट जारी कर दी है, इनमें ज़्यादातर सीमाचंल की विधानसभा सीटें हैं.
जम्मू-कश्मीर के बाद बिहार दूसरा ऐसा राज्य है, जहां पहली बार अंग्रेज़ी, हिन्दी के साथ-साथ उर्दू में वोटर-लिस्ट जारी किया जा रहा है. स्पष्ट रहे कि बिहार में 243 विधानसभा क्षेत्रों में 18 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां उर्दू बोलने वालों की जनसंख्या कुल जनसंख्या के 20 फीसदी से अधिक है. इसी को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में उर्दू में भी वोटर-लिस्ट प्रकाशित करने का निर्देश दिया था.
आयोग ने पिछले दिनों भेजी गई मुख्य निर्वाचन विभाग की सूचना के आधार पर ही यह क़दम उठाया है. उसमें यह बताया गया था कि वर्ष 2001 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार 18 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां उर्दू बोलने वालों की आबादी कुल जनसंख्या के 20 फीसदी अधिक है.
इन 18 ज़िलों में किशनगंज ज़िला का बहादुरगंज, ठाकुरगंज, किशनगंज, कोचाधामन विधानसभा क्षेत्र, अररिया ज़िला का रानीगंज, फारबिसगंज, अररिया, जोकीहाट, सिकटी विधानसभा क्षेत्र, पूर्णिया ज़िला का अमौर, वायसी, कसबा,पूर्णिया विधानसभा क्षेत्र और दरभंगा जिला का गौड़ा बौराम, अलीनगर, दरभंगा ग्रामीण, केवटी और जाले विधानसभा क्षेत्र शामिल है.
वोटिंग के दिन बूथ पर उर्दू भाषा में वोटर-लिस्ट की एक कॉपी उपलब्ध रहेगी. मतदाता बीएलओ से उर्दू भाषा में वोटर-लिस्ट या पर्ची मांग सकते हैं. लेकिन किसी विवाद की स्थिति में हिन्दी वाली वोटर-लिस्ट को ही प्रामाणिक माना जाएगा.