By Twocircles.net Staff Reporter
पटना:भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता और मार्क्सवादी विचारधारा के विद्वान कामरेड विष्णुदेव नहीं रहे. 10 सितम्बर, 2015 को पौने ग्यारह बजे रात में पटना के इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान में उनका निधन हो गया. वह 81 साल के थे. वह अपने पीछे पत्नी, पुत्र, पुत्रवधू, बेटियां-दामाद और हजारों प्रशंसक छोड़ गये हैं.
कामरेड विष्णुदेव को 18 सितम्बर, 2003 को नवादा में दुश्मनों ने पीठ में गोली मार दी थी. उनकी जान बच गयी, लेकिन कमर के नीचे का अंग लकवाग्रस्त हो गया. फलस्वरूप उनको बिस्तर पर ही अपना आगे का जीवन बिताना पड़ा लेकिन उन्होंने अपना बौद्धिक कार्य जारी रखा. अपने आत्मबल और पुत्र विकास की समर्पित भाव से की गयी सेवा के कारण वह अपनी अपंगता से लड़ते रहे. कई दिनों से निमोनिया की बीमारी से जूझने के बाद कल उनका निधन हो गया.
कामरेड विष्णुदेव सिंह
आज उनका पार्थिव शरीर जनशक्ति भवन लाया गया, जहां उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. पार्टी की ओर से राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह, राज्य सचिव मंडल सदस्य राम बाबू कुमार, राज्य कार्यकारिणी सदस्य बद्री नारायण लाल गज़नफ़र नवाब, वचन प्रभाकर, अर्जुन प्रसाद सिंह प्रो॰ सुशीला सहाय राज्य परिषद सदस्य यू॰ एन॰ मिश्र, माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव केदार पाण्डेय, एम॰एल॰सी॰ इन्दु भूषण वर्मा, डा॰ शकील, निवेदिता, लक्ष्मीकान्त तिवारी आदि नेताओं ने अपने दिवंगत साथी को लाल सलाम दिया और पुष्पांजलि अर्पित की.
श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में सीपीआई(एम) के राज्य सचिव अवधेश कुमार, इसी पार्टी के अरूण कुमार मिश्र और गणेश सिंह, सीपीआई(एमएल) के राज्य सचिव का॰ कुणाल, पोलित ब्यूरों सदस्य धीरेन्द्र झा, फारवर्ड ब्लॉक के अशोक सिंह, आरएसपी के महेश प्रसाद सिन्हा और एसयूसीआई (सी) के अरूण कुमार सिंह प्रमुख थे.
कामरेड विष्णुदेव का जन्म नवादा जिला के कौवाकोल अंचल के सांथे गाँव में 8 जनवरी, 1934 को हुआ था. बिहार विश्वविद्यालय के लंगट सिंह कॉलेज से विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह कुछ सालों तक भगवानपुर हाई स्कूल, बाढ़ और डी॰एम॰ हाई स्कूल शेखपुरा में शिक्षण का काम करने के बाद पार्टी का पूरावक्ति कार्यकर्ता बन गये. वह लम्बे समय तक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राज्य परिषद और राज्य कार्यकारिणी के सदस्य रहे.
राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने कामरेड विष्णुदेव के निधन को पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा है कि वह विद्वान और लोकप्रिय पार्टी शिक्षक थे. राज्य सचिव ने अपने दिवंगत नेता को हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके शोक संतप्त परिवार को संवेदना प्रेषित की है.