अफ़रोज़ आलम साहिल, TwoCircles.net
पटना:ख़बर है कि चारा घोटाले में दोषी साबित हो चुके लालू यादव की ज़मानत रद्द कराने की तैयारी में भाजपा पूरी तरह से जुट गई है.
बिहार भाजपा के नेता सुशील कुमार मोदी ने अपने एक बयान में कहा है कि पार्टी इस मामले में कानूनी सलाह ले रही है. भाजपा की दलील है कि जिन शर्तों के आधार पर लालू यादव को कोर्ट ने ज़मानत दी थी, उन शर्तों का वह पालन नहीं कर रहे हैं. वह ज़मानत की शर्तो का उल्लंघन करके राजनीति कर रहे हैं. ऐसे में भाजपा लालू की ज़मानत रद्द कराने के लिए अदालत जा सकती है.
सुशील कुमार मोदी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए लालू प्रसाद यादव का कहना है, ‘हम भगवान से मनाएंगे कि सुशील मोदी को सदबुद्धि आये. भाजपा हमें जल्दी जेल भिजवा दे क्योंकि उनके पूर्वज भगवान कृष्ण वहीं पैदा हुए थे.’
TwoCircles.net से विशेष बातचीत में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व बेतिया विधायक रेणु देवी का कहना है, ‘लालू जी को आराम करने के लिए ज़मानत मिली है पर वह तो राजनीति कर रहे हैं. उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. वे अगर ऐसा कर रहे हैं तो ग़लत है.’
वहीं वरिष्ठ पत्रकार व बिहार भाजपा के प्रवक्ता देवेश कुमार TwoCircles.net से बातचीत में बताते हैं, ‘लालू ज़मानत पर रिहा हैं. ये ज़मानत उन्हें कोर्ट ने दी है यानी यह न्यायालय का मामला है, तो इस पचड़े में भाजपा नहीं पड़ने वाली है.’
देवेश कुमार ने आगे कहा, ‘लालू जी जो कर रहे हैं, बिहार की जनता उसे देख रही है. मुझे पूरा यक़ीन है कि जिस प्रकार 2014 लोकसभा चुनाव में बिहार की जनता ने उन्हें उनकी जगह दिखाई थी, 2015 में भी उन्हें उनकी सही जगह दिखा देगी.’
जबकि लोजपा के बिहार प्रकोष्ठ के प्रधान महासचिव एडवोकेट आदिल हसन आज़ाद का कहना है, ‘इस देश में क़ानूनी सलाह लेना हर किसी का अधिकार है, अगर सुशील मोदी जी ने ऐसी कोई बात बोली है तो इसमें कुछ भी ग़लत नहीं है. यदि किसी के द्वारा अदालत के नियमों का उल्लंघन हो रहा है तो उसकी जगह जेल ही है.’
वहीं राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. मनोज झा इस पूरे मसले पर TwoCircles.net से बताते हैं, ‘भाजपा नेता अगर यह कह रहे हैं कि लालू जी को जेल भिजवाएंगे तो इसका मतलब यह है कि वे न्यायिक प्रक्रिया को अपने हाथ में लेने की कोशिश कर रहे हैं.’
वे आगे बताते हैं, ‘दुर्भाग्य की बात है कि अगर भाजपा का बड़ा नेता ऐसी बात करेगा तो न्यायालय व न्यायिक प्रक्रिया से आम लोगों का भरोसा उठ जाएगा. इसका मतलब यह भी है कि केन्द्र में जो सत्तारूढ़ दल है, वह अपने हिसाब से न्यायिक संस्थाओं का दुरूपयोग करने की कुव्वत रखता है.’
इससे पहले खुद लालू प्रसाद ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा था, ‘भाजपा को यह नहीं भूलना चाहिए कि जब कृष्ण भगवान जेल से निकले तो उन्होंने कंस को मारकर उसका विध्वंस किया था.’ लालू ने आगे यह भी कहा था, ‘पीएम अपने मित्र अमित शाह से पूछें कि जेल से उन्होंने झूठ-फरेब, दुष्प्रचार, जुमले और लोगों को बांटने के अलावा क्या सीखा?’
स्पष्ट रहे कि दिसंबर 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने लालू को चारा घोटाले में ज़मानत दी थी. इससे पहले लालू विशेष अदालत की ओर से दोषी ठहराये जाने के बाद रांची की जेल में बंद थे. लालू को पांच साल की सजा मिली हुई है, जिसमें से अब तक 12 महीने की सजा उन्होंने जेल में काटी है.